केरल में सत्तारूढ़ सीपीएम ने इस्राइल-हमास युद्ध के बीच फलस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की है। सीपीएम ने युद्ध खत्म करने और संयुक्त राष्ट्र के दो-राष्ट्र समझौते को लागू करने की मांग की, ताकि संघर्षग्रस्त पश्चिम एशियाई क्षेत्र में शांति कायम हो सके।
शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए सीपीएम के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने कहा कि फलस्तीन की भूमि पर यहूदियों का अवैध कब्जा अभी भी जारी है। फलस्तीन के पास अब केवल 13 प्रतिशत भूमि बची है, जबिक पहले 60 और 40 प्रतिशत के अनुपात में विभाजित किया गया था। फलस्तीन की भूमि पर अवैध कब्जा इस्राइली सरकार के पूर्ण समर्थन से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि युद्ध में सबसे ज्यादा तकलीफ महिलाओं और बच्चों को हो रही है। इसलिए खून-खराबा बंद होना चाहिए। गोविंदन ने कहा कि इस्राइल ने गाजा की बिजली और पानी सप्लाई काट दी है और अगर यही स्थिति रही तो वहां के अस्पताल मुर्दाघर बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि फलस्तीन के लोग जमीन के हकदार हैं और भारत सरकार समेत दुनिया भर के देशों की सरकारों को इस दिशा में पहल करनी चाहिए और शांति को बढ़ावा देना चाहिए।
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