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ढोल-नगाड़ों के बीच मुंबई में 40,000 से ज्यादा प्रतिमाओं का विसर्जन; हादसे में एक बच्चे की मौत


मुंबई में गणेश उत्सव के समापन पर शुक्रवार दोपहर तक श्रद्धालुओं की मौजूदगी में करीब 40 हजार से अधिक प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। गणेश चतुर्थी के अवसर पर शुरू हुआ यह उत्सव 28 सितंबर यानी कल अनंत चतुर्दशी पर संपन्न हुआ। उत्सव के दौरान श्रद्धालुओं में उल्लास देखा गया। ढोल नगाड़ों की थाप और 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों के बीच शहर के विभिन्न गणेश मंडलों ने गुरुवार को भगवान की मूर्तियों को विसर्जित करने के लिए यात्राएं निकालीं।

नगर निकाय के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार दोपहर तक भगवान गणेश की करीब 40,000 का विसर्जन अरब सागर और नगर निकाय द्वारा स्थापित कृत्रिम तालाबों में किया गया। अधिकारियों ने बताया कि शहर की प्रसिद्ध लालबागचा राजा की मूर्ति का विसर्जन शुक्रवार सुबह करीब सवा नौ बजे गिरगांव चौपाटी के पास अरब सागर में किया गया। इस बीच एक बुरी खबर भी सामने आई। जुहू बीच के पास समुद्र में डूबने से 16 साल के एक बच्चे की मौत हो गई। 

बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर तक कुल 39,758  प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा चुका है, जिनमें घरों में स्थापित की गईं 32,345, सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित की गईं 6,951 और देवी गौरी की 462 प्रतिमाएं शामिल हैं। 

वहीं, 11,107 प्रतिमाओं का विसर्जन नगर निकाय द्वारा स्थापित कृत्रिम तालाबों में किया गया था। इनमें से भगवान गणेश की विभिन्न रूपों और आकारों की सुसज्जित प्रतिमाओं को प्रार्थना, अगले बरस फिर से आने के अनुरोध, संगीत और नृत्य के साथ विसर्जन के लिए पंडालों से बाहर निकाला गया। 

एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में विसर्जन यात्रा के दौरान भारी भीड़ को देखते हुए किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर में 19,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। उन्होंने बताया कि विसर्जन कार्यक्रम की निगरानी के लिए अलग-अलग नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए। वहीं, बीएमसी ने 1,337 लाइफगार्ड भी तैनात किए।

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